कोरबा रोजगार और पुनर्वास से जुड़ी मांगों पर छत्तीसगढ़ - किसान सभा के नेतृत्व में आज 11 सितम्बर को रेल और सड़क मार्ग से होने वाली कोयला ढुलाई को रोककर आर्थिक नाकाबंदी करने बड़ी संख्या में भूविस्थापित कुसमुंडा एसईसीएल महाप्रबंधक कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए थाना चौक पहुंचे हैं। यहां कुसमुंडा खदान से निकलने वाली गाड़ियों को रोकते हुए सड़क पर ही बैठ गए हैं। उल्लेखनीय है कि बरसों पुराने भूमि अधिग्रहण के बदले लंबित रोजगार प्रकरणों का निपटारा करने, मुआवजा, पूर्व में अधिग्रहित जमीन की वापसी, प्रभावित गांव के बेरोजगारों को खदान में काम देने, महिलाओं को स्वरोजगार तथा पुनर्वास गांव में बसे भू विस्थापितों को काबिज भूमि का पट्टा देने आदि मांगों को लेकर अपने-अपने ढंग से लड़ाई लड़ रहे थे। छत्तीसगढ़ किसान सभा ने उनको एकजुट करने की पहलकदमी की है। छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू-विस्थापितों के संगठनों ने कहा है कि उनका आंदोलन तभी खत्म होगा, जब एसईसीएल प्रबंधन रोजगार, मुआवजा, बसावट, पट्टा और जमीन वापसी के सवाल पर उनके पक्ष में निर्णायक फैसला करेगा। कानून व्यवस्था बनाए रखने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
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